अधिकारियों की मनमानी के कारण जर्जर भवन में मर्ज किया गया हमीदिया बालक स्कूल

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वार्ड क्रमांक 22 में स्थित हमीदिया बालक उ.मा. विद्यालय में मिडिल स्कूल लगता था जिसे अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एक पद बचाने के चक्कर में शासकीय गिन्नौरी स्कूल के जीर्ण-शीर्ण भवन में मर्ज करने के आदेश जारी कर दिये हैं। जबकि स्थानीय पार्षद श्रीमती रईसा मलिक ने 22 जनवरी 2019 को जिला कलेक्टर महोदय भोपाल एवं जिला शिक्षाधिकारी महोदय को पत्र लिख कर गिन्नौरी में लग रहे स्कूलों को हमीदिया बालक विद्यालय के भवन में लगाने हेतु आग्रह किया था। जिस पर कलेक्टर महोदय ने अनुशंसा की और विकासखण्ड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक, जनपद शिक्षा केन्द्र फंदा पुराना शहर भोपाल द्वारा 29 जनवरी 2019 को अपनी रिपोर्ट में गिन्नौरी में लग रहे स्कूलों को शा. हमीदिया बालक विद्यालय के भवन में लगाने की अनुशंसा की गई। परंतु जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने फाईल को दबा दिया। श्रीमती रईसा मलिक द्वारा पुन: जिला कलेक्टर महोदय भोपाल को दिनांक 27 जून 2019 को पत्र लिख कर स्थित से अवगत कराया गया जिस पर कलेक्टर महोदय ने शीर्घ कार्यवाही करने बावत लिखा। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा दिनांक 29 जून 2019 को प्राचार्या हमीदिया बालक विद्यालय से तीन दिवस में रिपोर्ट मांगी गई। इसी बीच तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी श्री तोमर ने हमीदिया विद्यालय भवन का निरीक्षण कर गिन्नौरी स्कूल को हमीदिया में लगाये जाने बावत आदेश दिये। परंतु 4 दिन बाद श्री तोमर का अचानक स्थानांतरण होने के कारण मामला फिर अटक गया। तब से लेकर बराबर इसे मर्ज कराने को लेकर प्रयास होते रहे परंतु वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी राजनीतिक दबाव की बात कह कर गिन्नौरी को मर्ज करना टालते रहे। अभी 4 नवम्बर 2020 को एक आदेश जारी हुआ जिसमें उलटा आदेश जारी कर दिया गया और हमीदिया विद्यालय का मिडिल तक का स्कूल गिन्नौरी में मर्ज कर दिया गया।
गिन्नौरी स्कूल का भवन बहुत पुराना और जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है, जबकि हमीदिया विद्यालय का भवन बड़ा और अच्छा है तथा यहां खेल का मैदान, पुस्ताकालय आदि हैं। परंतु गरीब एवं मध्यम वर्ग परिवार के बच्चों को सुविधाएं देने में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय क्यों रुकावट पैदा कर रहा है समझ से परे है। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ कि गिन्नौरी स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थ शिक्षिका लगभग 20 वर्षों से यहां जमी हुई हैं और वह स्कूल को इसलिए मर्ज नहीं होने देतीं की उनका पद समाप्त हो जायेगा और जो मनमानी और भ्रष्टाचार यहां चल रहा है वो सब बंद हो जायेगा। शासन के अधिकारियों से अपेक्षा है कि इस पूरे प्रकरण की जांच कर हमीदिया विद्यालय में कक्षाएं लगाने के आदेश प्रदान करें ताकि गरीब एवं मध्यम वर्ग के विद्यार्थियों को भी अच्छी तरह से शिक्षा एवं अच्छा माहौल मिल सके।
हमीदिया विद्यालय में सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु पार्षद श्रीमती रईसा मलिक द्वारा लगभग 10 लाख रुपये से मरम्मत एवं निर्माण कार्य कराये गये। इसके पश्चात लगभग एज लाख रुपये की राशि खर्च की नये शौचालय बनवाये गये। परंतु इतना सब करवाने के बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों ने मिल कर अपनी मनमानी चलाई और गिन्नौरी की प्रधानाध्यापक की मनमर्जी का निर्णय किया। – सैफ मलिक