आत्मविश्वास की शक्ति पैदा करें

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मैïने जीवन मेंï वह सब कुछ पाया, जो मैंï पाना चाहती थी।Ó सफल महिलाओï के मुँह से यह सुनकर अक्सर ऐसा लगता है मानो उनके हाथ कोई अलादीन का चिराग लग गया हो। यदि गौर करेंï तो सचमुच हम यह पायेïंगे कि उनके हाथोंï मेंï अलादीन का चिराग है, जिससे वे जीवन मेंï हर वह मंजिल पाती हैïं, जिसे वे पाना चाहती हैïं। इसी का नाम है ‘शक्ति आत्मविश्वास कीÓ।
विश्वास की हकीकत
वास्तविकता यह है कि हम सभी अपने जीवन मेंï बहुत कुछ पाना चाहते हैï पर वांछित परिणाम न मिलने पर निराश होने की बजाय यदि गौर करेïं तो पायेïंगे कि शर्तिया तौर पर हममेंï कुछ कमी रह गई, शायद हौसला बुलंद नहींï था या खुद पर भरोसा नहींï था। अभी भी देर नहीïं हुुई है। यदि हम आज से ही इन सूत्रोंï पर ध्यान देंï और इन्हेंï अपनायेंï व आजमायेïं, फिर दिल्ली दूर नहीïं।
* सबसे पहले शांतचित्त होकर बैठेï। तन, मन, विचार एकाग्र करेïं तथा मानसिक शक्तियोïं को एकत्र करेï। कल्पना करें कि आपमेंï नयी शक्ति, स्फूर्ति का संचार हो रहा है, जिससे आपका आत्मविश्वास रिचार्ज हो।
* आइने मेंï खुद को गौर से देखेंï, क्या कहींï बदलाव की जरूरत महसूस कर रही हैं? इसमेंï अपने पति, बच्चोंï तथा परिजनोïं को भी शामिल कर सकती हैï। उनसे पूछकर, यथासंभव अपने लुक, आउटलुक मेंï बदलाव लायेïं।
* हमेशा मन मेंï यही विचार लायेंï कि ‘मेरा जन्म किसी विशेष उपलब्धि के लिये हुआ है।Ó
* अपनी उपस्थिति शानदार ढंग से हर जगह दर्ज करायेंï। पार्टी, ऑफिस या घर, हर जगह ऐसे कपड़े पहनेंï, जिनमेंï आप स्वाभाविक लगेïं।
* दूसरोंï से हमेशा गर्मजोशी से मिलेï। अभिवादन के लिए यदि किसी पुरुष सहकर्मी ने हाथ बढ़ाया तो बेझिझक उससे हाथ मिलायेंï।
* मानसिक तौर पर सजग रहेïं। आधे-अधूरे मन तथा विचारोंï के साथ कहींï न जायेï, कुछ न करेïं।
* सामयिक घटनाक्रमोïं पर निगाह रखेïं। लोगोïं संग इन घटनाओंï पर सार्थक चर्चा करेïं।
* अपनी मेहनत का श्रेय अवश्य लेïं। यदि आप टीम लीडर हैïं तो अपनी टीम मेंï उस क्रेडिट को शेयर करना न भूलेंï, इससे आपको मान मिलेगा।
* पॉजिटिव लोगोंï का साथ करेïं, स्वयं को निराश न होने देïं।
* जब कभी मानसिक थकान महसूस करें, कोई अच्छी कॉमेडी फिल्म देखेï या मनपसंद काम करेंï।
* हँसने-हँसाने की कला विकसित करेïं। अपने पास लतीफोंï तथा कहानियोंï का संकलन जरूर रखेïं।
* आत्मविश्वासी महिलाओंï मेंï ‘कॉमन सेïंसÓ बहुत प्रबल होता है, अपना भी कॉमन सेंïस विकसित करेïं।
* ‘मेरा काम सर्वश्रेष्ठ होÓ इस नजरिये से हर काम करेंï।
* प्रोफेशनल लाइफ मेंï गलत बात पर दबाव मेंï सहमति न देïं, यदि आप अपने बॉस या सहयोगी के किसी निर्णय से आश्वस्त न होïं तो बेझिझक अपनी राय देïं।
* अपने कार्य को बोझ न समझेंï बल्कि उसे एक ऐसा प्लेटफार्म समझेंï, जहाँ आप अपनी योग्यता का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकती हैïं।
* जीवन मेंï वही करेंï, जो आप करना चाहती हैïं।
* किसी भी प्रकार के रिस्क से घबरायेï नहीïं, ध्यान रहे जीवन मेंï रिस्क न लेना ही सबसे बड़ा रिस्क है।
* प्रत्येक क्षेत्र मेंï तैयारी करने की आदत डालेंï, जैसे महत्वपूर्ण मीटिंग की तैयारी पहले ही कर लेंï। अपने डेली रूटीन मेंï भी तैयार रहेंï।
* अपनी दिनचर्या मेंï व्यायाम, ध्यान को भी शामिल करेंï, इससे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक दृढ़ता भी आयेगी।
* जीवन मेंï समझौतावादी नजरिया न रखेंï। अपनी योग्यता की सही कीमत लेïं जैसे वेतन निर्धारण के समय झिझकेï नहींï। अपनी राय से बॉस को अवगत जरूर करायेïं।
* खुद को भावनात्मक तौर पर मजबूत बनायेंï, कोई आपकी भावनात्मक कमजोरी का फायदा उठाये, यह इजाजत किसी को भी न देïं।
* अपने शौक पूरे करेïं, साथ ही नयी-नयी चीजेï सीखती रहेïं। आपके जीवन मेंï नवीनता आयेगी।
* अपने मन से सारे नकारात्मक विचार निकाल देंï, साथ ही अपने डर पर काबू करेïं। इसके लिए सबसे आसान तरीका है कि जिस बात का आपको डर है, उससे खुद जाकर रूबरू हो जाएँ, सारा डर निकल जायेगा।
* कल्पना करेंï कि आपके आसपास जितने भी लोग हैंï, वे सभी अच्छाइयोïं व बुराइयोïं के पुतले हैïं। इससे आपको हीन भावना से छुटकारा मिलेगा।
* दिलचस्प बनेï, इसके लिये न सिर्फ अपनी कहेंï बल्कि दूसरोïं की भी सुनेï।
* ये ध्यान रखेंï, कोई भी संपूर्ण नहींï होता। अपनी कमी को दूर करेंï पर यदि कोई ऐसी कमी है, जिसे आप दूर नहीïं कर सकतीï तो अपने गुणोंï का इतना विकास करेïं कि आपका जादू लोगोïं के सिर चढ़कर बोले।
* उचित तालमेल बनायेï यानी सफलता के लिए खुद को काम करनेवाली मशीन न बनायेंï।
* जब तक किसी ने विश्वासघात नहीïं किया है, तब तक तो उस पर भरोसा करेंï। याद रखेंï दुनिया मेंï अकेले चलना मुश्किल है, अत: अपना सोशल सर्किल विकसित करेïं।
* ‘मैंï जैसी हूँ, बहुत खूबसूरत हूँÓ, इस एहसास को बनाये रखेïं।
* प्रोफेशनल लाइन मेंï अक्सर ऐसे लोग भी मिलते हंैï जो द्विअर्थी बातेï करते हैïं, उनके संग सख्ती से पेश आयेïं।
* भरोसा रखेïं जो कुछ आप चाहती हैïं, वह आपको मिलेगा। जरूरत है तो सिर्फ एक परफेक्ट ऐक्शन प्लान की।
परखेïं खुद को
* क्या आपके मन मेंï अक्सर ये विचार आता है कि ‘यह काम मेरे बस का नहींïÓ?
* क्या नौकरी मेंï वेतन की मांग रखते समय आपको लगता है कि कंपनी शायद इतने वेतन पर तैयार न हो?
* क्या आप ‘समथिंग इज बेटर दैन नथिंगÓ पर विश्वास करती हैïं?
* क्या आप अधिकतर लोगोंï के सामने बोलने मेंï हकला जाती हैïं?
* क्या अचानक अपने बॉस को सामने देखकर आप गलत रिपोर्ट दे देती हैïं?
* क्या बच्चे के स्कूल मेंï पैरेïट्स मीटिंग के दौरान आप परेशान होती हैïं कि पता नहींï सही तरीके से टीचर से बात कर पाऊंगी या नहींï?
* क्या अकेले सफर करते वक्त सामान की चिंता के कारण आप ठीक से सो नहीïं पातीïं?
* क्या कभी-कभी आपको यह सोचकर घबराहट होती है कि कहीï उम्र के किसी पड़ाव पर जीवनसाथी साथ न छोड़ दे?
* क्या आप ऐसा सोचती हैïं कि आपके जाने के बाद भी लोग आपको याद रखते हैïं?
* क्या आप खुद को देखकर, खुद की सफलता को महसूस कर खुश होती हैïं?
इन 10 सवाल के जवाब ईमानदारी से दीजिये, सिर्फ ‘हाँÓ या ‘नÓ मेंï। ‘हाँÓ के लिये 1 अंक और ‘नÓ के लिये 0 देï। अधिकतम अंक 10 हैï। स्कोर 8 से 10 के बीच है तो आत्मविश्वास का स्तर अच्छा है लेकिन इसे हमेशा रिचार्ज करती रहेï। यदि अंक आये हैï 6 से 8 के बीच तो निश्चित ही आत्मविश्वास बढ़ाना होगा क्योïंकि आत्मविश्वास का यह स्तर अंदर ही अंदर आपकी रफ्तार कम कर रहा है। यदि आपके अंक 6 से 1 के बीच हैं तो आज ही विश्लेषण करें, रोजमर्रा कामकाज के साथ ही आत्मविश्वास बढ़ाने के तरीकोïं का जमकर अभ्यास शुरू करेï।
– रईसा मलिक