परेशान कर देता है नजला

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नाक बह रही है, गला खराब हो रहा है और लगातार छींकें आ रही हैं- तो मान लीजिए आप पर ज़ुकाम यानी सर्दी का प्रकोप हुआ है। यह $जुकाम के सामान्य लक्षण हैं। कई बार इसमें सिर, पीठ और हाथ- पैरों का दर्द, हरारत (हल्का बुखार) भी शामिल हो जाते हैं।
$जुकाम यानी सामान्य रूप से होने वाली एलर्जी। होती तो ये आम है, लेकिन काफी परेशानी-भरा अनुभव लेकर आती है। देखा जाए, तो लक्षण भी कोई खास तकलीफदायक नहीं लगते, लेकिन ज़ुकाम रोज़मर्रा की जि़ंदगी को काफी हद तक प्रभावित करता है।
चिकित्सकीय रूप
किसी व्यक्ति को कितनी बार $जुकाम हो सकता है यह निश्चित नहीं होता। यदि धूल या धुएं से एलर्जी हो, तो भी $जुकाम जकड़ लेता है। या जिन लोगों को अन्य प्रकार की श्वास संबंधी तकलीफ हो, उन्हें भी जल्दी- जल्दी $जुकाम की तकलीफ हो जाती है।
जैसे यदि किसी व्यक्ति की नाक को दो भागों में बांटने वाला भाग थोड़ा विस्थापित (इसमें नाक का एक भाग ही खुला रहता है और दूसरा भाग हल्का खुला रहता है।) हो, तो संक्रमण के खतरे बढ़ जाते हैं। एक और सामान्य समस्या होती है ‘सायनसÓ। सायनस वस्तुत: एयर पॉकेट्स हैं, जिनमें इंफेक्शन से सर्दी हो जाती है। यह समस्या ज्यादा बढ़ जाने पर कई बार ऑपरेशन भी करना पड़ता है।
एक बार ऑपरेशन के बाद दोबारा यह समस्या नहीं होगी, ऐसा भी नहीं होता। एयर पॉकेट्स की झिल्ली (मैंब्रेन) में इंफेक्शन होने पर दोबारा यह तकलीफ हो सकती है। जिन व्यक्तियों को अस्थमा की शिकायत है, उन्हें सर्दी से ज्यादा सावधानी रखना चाहिए। यदि वे शुरुआत में ही एंटीबॉयोटिक ले लेते हैं, तो आगे की परेशानियों से बचा जा सकता है।
वैसे सामान्य $जुकाम में किसी तरह के एंटीवायरल या एंटी बायोटिक्स लेने की जरूरत नहीं होती क्योंकि ज़ुकाम के वायरस का जीवनचक्र समाप्त होने पर स्वत: ठीक हो जाता है। दवाओं के साइड इफैक्ट्स से बचने के लिए भी ऐसी सलाह दी जाती है। आमतौर पर धारणा है कि $जुकाम के साथ सेकंडरी इंफेक्शन होंगे ही, यह सही नहीं है।
कुछ लोग मानते हैं कि $जुकाम के वक्त भोजन कम लिया जाए या बिल्कुल न लिया जाए, तो ठीक रहता है। जबकि ऐसा नहीं है। $जुकाम में भी सामान्य भोजन लेना चाहिए। उपचार सर्दी के लिए कोई तयशुदा इलाज नहीं है। यह एक प्रकार का वायरल इंफेक्शन है और एंटीबायोटिक से वायरस खत्म नहीं होते।
सिर्फ सेकंडरी बैक्टेरियल इंफेक्शन जैसे- कान के मध्य या सायनस, ब्रॉन्काइटिस, निमोनिया आदि में ही इन्हें लेना चाहिए। एंटीबोयटिक तभी लें, जब जरूरी हो। सबसे अच्छा है आराम करना। सर्दी के मौसम में $जुकाम जल्दी इसलिए फैलता है क्योंकि हम आस-पास काफी करीब बैठते हैं। करीब दौ सौ प्रकार के ज्ञात वायरस हैं, जो $जुकाम के लिए जिम्मेदार होते हैं। ये शरीर के बाहर कुछ घंटे ही जीवित रह पाते हैं। सर्दी के दौरान सावधानियों में इन्हें शामिल करें- स्न संभव हो, तो आराम करें।ज्यादा से ज्यादा पानी और जूस लें यानी शरीर को निजर्लीकरण से बचाएं। संतुलित आहार लें। पूरी नींद लें और व्यायाम करें। -अपनी नाक, आंखों और मुंह को बार -बार हाथ न लगाएं।गर्म पानी से गरारे करना काफी राहत देता है। सर्दी हुई हो, तो अपने हाथ बार- बार धोते रहें।?डॉ. राजेश जैन