भारतीय वायुसेना में युवाओं के लिए कैरियर के स्वर्णिम अवसर मौजूद हैं। भारतीय वायुसेना का क्षेत्र केवल एक कैरियर नहीं है बल्कि एक पूरी जीवन शैली है। यह क्षेत्र मौका देता है कि आप अपनी सोच तथा क्षमता को नया आयाम दे सकें और लीक से हटकर कुछ कर दिखाएं। भारतीय वायुसेना, भारतीय रक्षा सेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारतीय वायुसेना न केवल युद्ध के दिनों में राष्ट्र की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण कवच है बल्कि शांति-काल में भी प्राकृतिक आपदाओं जैसी मुसीबत में फंसे लोगों तथा दुर्गम क्षेत्रों में भी लोगों को राहत सामान पहुंचाने वाली महत्वपूर्ण सेवा है।
भारतीय वायुसेना की गिनती दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वायुसेना के रूप में की जाती है। वायुसेना का प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह पायलट, नौचालक या तकनीकी/गैर-तकनीकी एअरमैन हो, एक कुशल व दक्ष व्यक्ति होता है। उड़ान शाखा के अतिरिक्त भारतीय वायुसेना में तकनीकी शाखा, ग्राउंड ड¬ूटी (गैर-तकनीकी शाखा), फाइटर कंट्रोलर तथा एअर मैन के रूप में उम्मीदवारों को अनेक कैरियर के अवसर उपलब्ध हैं। वायुसेना में अधिकारी व गैर-अधिकारी पदों पर महिलाओं की भी नियुक्ति होती है। भारतीय वायुसेना में विभिन्न स्कंधों में प्रवेश हेतु आवश्यक योग्यता, आयु सीमा एवं अन्य जानकारी इस प्रकार है-
उड़ान शाखा में प्रवेश- उड़ान शाखा में भर्ती चार तरह से की जाती है-
1. राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे- राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के वायुसेना स्कंध में प्रवेश हेतु संघ लोक सेवा आयोग वर्ष में दो बार चयन परीक्षा आयोजित करता है। इसके लिए उम्र साढ़े 16 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के वायुसेना स्कंध के लिए आवेदक का भौतिकी, गणित विषय के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। एनडीए मे एयरफोर्स स्कंध के लिए ऊंचाई कम से कम 162.5 से.मी. जरूरी है।
2. संयुक्त रक्षा सेवा- संघ लोक सेवा आयोग द्वारा प्रतिवर्ष दो बार सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा के आधार पर वायु सैनिक अकादमी में नियुक्ति के लिए चयन किया जाता है। इस अकादमी में प्रवेश के लिए किसी मान्यता प्राप्त वि·ाविद्यालय की डिग्री या समकक्ष योग्यता जरूरी है। जिसमें भौतिकी/गणित विषय होने चाहिए। बीई/बीटेक उपाधि प्राप्त उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। वायु सैनिक अकादमी के लिए आयु सीमा 19-23 वर्ष है।
3. एन.सी.सी. प्रमाण-पत्र- आवेदक के पास स्नातक की डिग्री हो तथा राष्ट्रीय कैडेट कोर (वायु विंग) के सीनियर डिवीजन में कम से कम 3 वर्ष तक काम किया हो, उसे भी वायु सेना की उड़ान शाखा में प्रवेश दिया जाता है। आवेदक की आयु 19-23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
4. अल्पकालिक सेवा कमीशन (हेलीकाप्टर पायलट)- वायुसेना की उड़ान शाखा में समय-समय पर हेलीकाप्टर पायलटों की भी नियुक्ति की जाती है। इसके लिए शैक्षिक योग्यता 10अ2 स्तर पर भौतिक विज्ञान व गणित विषयों के साथ स्नातक होना चाहिए। आवेदक की आयु 19 से 23 वर्ष होनी चाहिए (कमर्शियल पायलट लाइसेंस धारकों की आयु 19-25 वर्ष)। आवेदक की लंबाई 162.4 से.मी. होनी चाहिए। जो आवेदक आदतन चश्मा लगाते हैं या रंग अंधता/रतौंधी के शिकार हैं, वे आवेदन के योग्य नहीं होते हैं।
तकनीकी शाखा में प्रवेश- इंजीनियरी स्नातकों की नियुक्ति वायुसेना की वैमानिकी, विद्युत व दूरसंचार शाखाओं में की जाती है। यह नियुक्ति स्थायी व अल्पकालिक सेवा कमीशन के रूप में होती है। इसकी दो शाखाएं हैं-
1. वैमानिकी इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रानिक्स शाखा)- इसके लिए न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ इनमें से किसी एक में इंजीनियरिंग की डिग्री होनी चाहिए- क. इलेक्ट्रानिक्स/दूरसंचार/विद्युत/विद्युत संचार/इलैक्ट्रोनिक्स और संचार/इंस्टÜमेंशन/कम्प्यूटर विज्ञान।
ख. कलकत्ता वि·ाविद्यालय में बीटेक। अथवा
ग. बीएससी (भौतिकी शास्त्र, गणित, रसायन शास्त्र) और ए.एम.आई.ई. या इलेक्ट्रानिक्स/विद्युत/दूरसंचार/रेडियो और रेडियो इंजीनियरिंग/एवियोनिक्स/भारतीय वैमानिक सोसायटी की एवियोनिक्स/संचार में एसोसिएट सदस्यता परीक्षा के समकक्ष उपाधि के साथ-साथ 2 वर्ष का कार्यानुभव जरूरी है। इस शाखा में प्रवेश के लिए आयु-18 से 28 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
2. वैमानिकी इंजीनियरिंग (मैकेनिकल शाखा)- इसके लिए न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ इनमें से किसी एक में इंजीनियरिंग डिग्री होनी चाहिए- क. वैमानिकी/मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिग्री ख. बी.एससी. (भौतिकी शास्त्र, गणित, रसायन शास्त्र), ए.एम.आई.ई./समकक्ष उपाधि या समूह-1 (डिजाइन और उत्पादन) या समूह-2 (रखरखाव मरम्मत) के वास्तविक अध्ययन के साथ भारतीय वैमानिकी सोसायटी की एसोसिएट सदस्यता परीक्षा भाग-2 और 3 के साथ-साथ 2 वर्ष का अनुभव।
ग्राउंड ड¬ूटी (गैर तकनीकी शाखा) में प्रवेश- ग्राउंड ड¬ूटी के अंतर्गत लेखा शाखा, प्रशासन, शिक्षा, मौसम आदि शाखा में अपेक्षित योग्यता रखने वाले युवाओं की नियुक्ति की जाती है।
1. लेखा शाखा- उम्मीदवार को प्रथम श्रेणी में बीकॉम (आनर्स) (उम्र 20 से 23 वर्ष) या प्रथम/द्वितीय/श्रेणी में एमकॉम (उम्र 20 से 25 वर्ष) या बीकॉम/एमकॉम सहित ए.आई. सी.डब्ल्यू.ए./चार्टर्ड एकाउण्टेंट के रूप में रजिस्टर्ड होना चाहिए। उम्र 27 वर्ष तक होनी चाहिए।
2.प्रशासकीय (लाजिस्टिक्स) शाखा- उम्मीदवार को प्रथम श्रेणी में बीए, बीएससी, बीकॉम, बीए, (आनर्स/बीकॉम) (आनर्स) (उम्र 20 से 23 वर्ष) या प्रथम/द्वितीय श्रेणी में एमए, एमएससी, एमकॉम (उम्र 20 से 25 वर्ष) या प्रथम/द्वितीय श्रेणी में एलएलबी (त्रिवर्षीय पाठ¬क्रम) होना चाहिए। एलएलबी उपाधि धारकों के लिए आयु-सीमा 20 से 26 वर्ष है।
3. शिक्षा शाखा- (क) उम्मीदवार स्नातक हो तथा किसी मान्यता प्राप्त वि·ाविद्यालय में अध्यापन डिग्री अथवा डिप्लोमा न्यूनतम 50 प्रतिशत कुल अंकों से प्रत्येक योग्यता में उत्तीर्ण हो। अथवा (ख) बीए (आनर्स)/बीएससी (आनर्स)/बीसीए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों सहित उत्तीर्ण हो अथवा (ग) न्यूनतम द्वितीय श्रेणी एमए अंग्रेजी/एमएससी गणित, भौतिक विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान अथवा एमसीए। इन दिए गए क, ख, वर्गों के लिए उम्मीदवार की उम्र 20 से 26 वर्ष होनी चाहिए।
4. मौसम विज्ञान शाखा- इस शाखा में प्रवेश के लिए भौतिक विज्ञान/व्यावहारिक भौतिक विज्ञान/मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान सहित भूभौतिकी/मौसम विज्ञान में विशेषज्ञता सहित समुद्र विज्ञान/गणित या व्यावहारिक गणित में प्रथम/द्वितीय श्रेणी में एमए, एमएससी/बीएससी स्तर में भौतिकी विज्ञान और गणित विषयों सहित आई.आई.टी. दिल्ली में प्रथम/द्वितीय श्रेणी में वायुमंडलीय विज्ञान में एमटेक और गणित विषय होने चाहिए। उम्र 20 से 26 वर्ष होनी चाहिए। Øड्ढ’त्त्ऽ
न्द्धत्त्ठ्ठड्ड थ्द्म ध्त्त्न्द्मऽः
फाइटर कंट्रोलर एंड एअर ट्रैफिक कंट्रोलर के रूप में प्रवेश- वायुसेना अल्पकालिक सेना कमीशन में नवयुवकों की नियुक्ति इन पदों के लिए करती है। इसके लिए उम्मीदवारों को प्रथम श्रेणी में स्नातक (उम्र 20-23 वर्ष) या प्रथम/द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर होना चाहिए। उम्र 20 से 25 वर्ष होनी चाहिए।
वायुसैनिक के रूप में प्रवेश- वायुसेना में तकनीकी व गैर-तकनीकी ट्रेडों में नियुक्ति की जाती है। तकनीकी ट्रेड के उम्मीदवारों की गणित व अंग्रेजी विषय में एक अतिरिक्त परीक्षा होती है। इन परीक्षाओं में प्रश्न वस्तुनिष्ठ तथा मैट्रिक स्तर के होते हैं।
शैक्षिक योग्यताएं- तकनीकी ट्रेड के लिए उम्मीदवार, क.- इलेक्ट्रिकल शाखा ख. मैकेनिकल शाखा के लिए चुने जाते हैं। उम्मीदवार को मैट्रिकुलेशन/समकक्ष परीक्षा विज्ञान और गणित अनिवार्य विषयों सहित कम से कम 60 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण होनी चाहिए अथवा इंटरमीडिएट/10 ॐ 2 परीक्षा गणित और भौतिकी विषयों सहित 50 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण होनी चाहिए अथवा किसी मान्यता प्राप्त पॉलिटेक्निक/इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल/इलैक्ट्रानिक्स, ऑटोमोबाइल, कम्प्यूटर साइंस में 3 वर्षीय डिप्लोमा कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ होना चाहिए।
गैर तकनीकी ट्रेड- के अंतर्गत (अ) एअर फील्ड सेक्रेट्री ऑपरेटर, मेडिकल असिस्टेंट, टेलीफोनिस्ट/आर.टी.ऑपरेटर, क्लर्क पे एकाउंटिंग, आई.ए.एफ./पुलिस, ग्राउंड ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर, केटरिंग असिस्टेंट और एअर क्राफ्ट हेड जनरल ड¬ूटी ट्रेडों के लिए मैट्रिक/हायर सेकेंडरी अथवा समकक्ष परीक्षा कुल प्राप्तांक-न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों सहित उत्तीर्ण होना चाहिए। (ब) मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट ड्राईवर (एम.टी.डी.) के लिए मैट्रिक/हायर सेकेण्ड्री या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। (स) संगीतकार-अंग्रेजी पढ़ने, लिखने तथा समझने का ज्ञान और संगीत में रुचि। (द) भू-प्रशिक्षण अनुदेशक (खेलकूद) के लिए आवेदक अंतर्राष्ट्रीय/राज्य स्तर का उत्कृष्ट खिलाड़ी होना चाहिए। आयु सीमा- केवल संगीतकार ट्रेड के लिए साढ़े 17 से 35 वर्ष।
भू-प्रशिक्षण अनुदेशक (खेलकूद) के लिए 16 से 22 वर्ष। इन दोनों ट्रेड के अलावा सभी के लिए आयु सीमा 16-20 वर्ष है।
वायुसेना परीक्षाएं एवं चयन प्रक्रिया- वायुसेना में जाने के लिए यदि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी तथा संयुक्त रक्षा सेवा का माध्यम हो तो उसके लिए लिखित परीक्षाएं देना होती हैं। इन दोनों वर्गों की परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेजी और मानसिक योग्यता के प्रश्न होते हैं। वायुसेना के अधिकांश ट्रेडों के अंतर्गत लिखित परीक्षा नहीं होती। चयन प्रणाली के तहत सबसे पहले पायलट एप्टीट¬ूड बैटरी टैस्ट (पीएबीटी), व्यक्तित्व परीक्षण जिसमें कि बौद्धिक वर्ग परीक्षा, प्रत्यक्ष ज्ञान एवं परिचर्चा परीक्षण, मानसिक, सामूहिक एवं साक्षात्कार परीक्षण सम्मिलित है। इसके बाद ए.एफ.सी.एम.ई. नई दिल्ली अथवा आई.ए.एम. बैंगलौर में चिकित्सा परीक्षण कराया जाता है। तत्पश्चात योग्यता क्रम के अनुरूप प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया जाता है।
कहाँ संपर्क किया जाए- वे सभी युवक-युवतियाँ जो चुनौतीपूर्ण कैरियर के साथ देशभक्ति की भावना रखते हैं वे भारतीय वायुसेना में अपने अनुकूल अवसर खोज सकते हैं। वायु सेना में उपयुक्त कैरियर के बारे में लक्ष्य रखकर नियमित रूप से रोजगार और निर्माण और राष्ट्रीय समाचार पत्रों पर रिक्तियों के लिए निगाह – मीना भण्डारी