जिनके ख्ूान में तिरंगे का रंग
और दिल की हर धड़कन में हिन्दुस्तान है।
हां वो फौजी है!
जो दिवाली के दिन पटाखों की
जगह धमाकों की आवाज़ सुनते हैं
हां वो फौजी है!
जो ईद के मीठे की जगह
दुश्मनों की गोलियां खाते हैं
हां वो फौजी है!
जिनको देश के लिए प्यार सिर्फ 26 जनवरी
या 15 अगस्त को नहीं आता जिनकी हर सांस में हिन्दुस्तान है
हां वो फौजी है!
वो अपने खून को पानी करके
दुश्मनों की आग बुझा दे
हां वो फौजी है!
जिनको ठंडी बर्फ या तपती रेत से फर्क नहीं पड़ता
जिनकी कवच ये मिट्टी ये हिन्दुस्तान है
हां वो फौजी है!
जिनको सरहद की हवाओं से प्यार है
जिनके सामने हर दुश्मन नाकाम है
हां वो फौजी है!
जिनके कफन को तिरंग से सजाया जाता है
जिनके घर वाले सर उठ कर विदा करते हैं
हां वो फौजी है!
वो कभी मरते नहीं वह अमर हो जाते हैं
जिनके नाम शहीदों में सबसे आगे है
हां वो फौजी है!
– फरहीन दाऊदी, करोद, भोपाल
मो- 9425027290