सेवा को मिला सम्मान

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मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभ किये गये अल्पसंख्यक सेवा राज्य पुरस्कार वितरण के तहत शहीद हमीद खां पुरस्कार से सम्मानित जबलपुर के मौलाना मोहम्मद महमूद अहमद कादरी साहब से सैफ मलिक द्वारा की गई बातचीत के अंश:-
प्र.-आपको म.प्र. शासन ने इस पुरस्कार के लिए क्यों चुना?
उ.- मैं बरसों से जबलपुर में अवाम् की $िखदमत कर रहा हूँ और खासतौर से हिन्दू-मुस्लिम भाई चारे के लिए हमेशा कोशिश करता रहता हूँ। वहां मौजूद रिकार्ड इस बात का गवाह है कि मैं ने राष्ट्रीय एकता और अवाम् की $िखदमत के लिए क्या-क्या किया है। यही सब देखते हुए सरकार ने मुझे इस सम्मान के लिए चुना।
प्र.-आप राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए किस तरह से प्रयास करते हैं?
उ.- मैं हमेशा अपनी त$करीरों में चाहे वो ईद और ब$करीद के मौ$के पर हो या आम सभाओं में सब जगह मेरा एक ही कहना होता है, आप अपना धर्म एक जगह रखें लेकिन इन्सानियत के नाम पर एक हो जायें और सब मिलजुल कर अपने देश की तरक़्की में हिस्सा लें। अपने-अपने धर्मों का पालन सभी करें, लेकिन इन्सानियत के नाते देश की तरक़्की में अपनी भागीदारी ईमानदारी से निभायें। हर जगह मेरा यही संदेश रहता है कि इक_ा रहो और देश की सेवा करो देश की तरक्की में मददगार बनो।
प्र.-सच्चर कमेटी की सिफारिशों पर अमल क्यों नहीं हो पा रहा है?
उ. – सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए केंद्र सरकार बहुत संजीदा नजऱ नहीं आती वो मुसलमानों को कुछ देना नहीं चाहती।
प्र. -क्या वजह है कि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों ने कांगे्रस का साथ नहीं दिया?
उ.- मुसलमान अब समझदार हो गया है और वो वादों के बहकावे में आने के बजाए यह देख रहा है कि उसकी भलाई किसमें है। और कौन ईमानदारी से उसकी तरक्की के लिए काम करना चाहता है।
प्र.-भाजपा भी मुसलमानों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रही है, इस पर आपका क्या कहना है?
उ.-भाजपा समेत सभी पार्टियां को इस बात का एहसास हो गया है कि बिना मुसलमानों का समर्थन हासिल किए केंद्र की सत्ता तक पहुंचना मुश्किल है। यही वजह है कि सभी दल मुसलमानों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह सभी जानते हैं कि मुस्लिम वोट बहुत $कीमती है। और वो जिसका भी साथ देंगे उसी पार्टी की हुकूमत केंद्र में बनेगी।
प्र.-कांग्रेस ने हाल ही में राज्यसभा हेतु मुसलमान प्रत्याशी का नाम आगे कर फिर उसे टिकट न देकर मुसलमानों को निराश किया, इस पर आपका क्या कहना है?
उ- यह जो कुछ भी हुआ और जिस वजह से भी हुआ अच्छा नहीं हुआ। कांग्रेस को पहले ही मुस्लिम प्रत्याशी का नाम नहीं पेश करना था। कांग्रेस ने यह अच्छा नहीं किया कि इब्राहीम कुरैशी का नाम आगे बढ़ाकर बाद में सत्यव्रत चतुर्वेदी को राज्यसभा में भेज दिया। इससे पूरे प्रदेश के मुसलमानों में कांग्रेस से नाराज़गी है।
प्र.-कांग्रेस के प्रति मुसलमानों की नाराज़गी का क्या असर पड़ सकता है?
उ.-उत्तरप्रदेश और बिहार में मुसलमान कांग्रेस से दूर हुए और वहां पर कांग्रेस का क्या हश्र हुआ यह किसी से छुपा नहीं है। इसी तरह के कुछ हालात अब मध्यप्रदेश में बन रहे हैं और मुसलमानों का झुकाव भाजपा की तरफ हो रहा है। इससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है।
प्र.- मध्यप्रदेश में मुसलमानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए आप क्या सुझाव देंगे?
उ.- मध्यप्रदेश सरकार से मेरी यह गुज़ारिश है कि अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही हैं उन्हें पूरी ईमानदारी के साथ लागू किया जाये और एक निगरानी कमेटी बनाई जाए जो इस बात पर नज़र रखे कि इन योजनाओं पर अमल हो रहा है, या नहीं। अगर सरकार ऐसा कर देती है, तो मुसलमान इन योजनाओं का पूरा फायदा उठा सकेंगे और अपने सामाजिक और आर्थिक हालात को सुधारने में कामयाब होंगे।
प्र.- प्रदेश की भाजपा सरकार दावा कर रही है कि उसने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए बहुत काम किए हैं, इस विषय पर आपका क्या मानना है?
उ.-अल्पसंख्यकों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के मामले में तो सरकार ने अच्छी पहल की है और पिछले सालों के मुक़ाबले में इस साल बहुत बड़ी तादाद में अल्पसंख्यक विद्याॢथयों को छात्रवृत्ति दी गई है। हम मान सकते हैं कि यह काम की शुरूआत है।
प्र.- प्रदेश सरकार द्वारा अल्पसंख्यक समाजसेवियों के सम्मान की इस पहल को आप कैसा मानते हैं?
उ.-सरकार का यह $कदम बहुत अच्छा है, क्योंकि जो योग्य है उसको सम्मानित किया जाना बहुत खुशी की बात है। आगे भी किया जाना चाहिये । यह सब चीज़ें हैं जो लोगों के दिलों पर असर करती हैं।
प्र.- मुस्लिम नौजवानों के लिए आप क्या सन्देश देना चाहते हैं?
उ. – मुस्लिम नौजवानों से मेरा कहना है कि तालीम हासिल करें तालीम हासिल करना मुसलमानों के लिए बहुत ज़रूरी है। तालीम के ज़रिये ही हर चीज़ हासिल की जा सकती है। तालीम से जहां खुद की तरक्की होती है, वहीं समाज और देश की भी तरक्की होती है।
(अप्रैल 2012 में प्रकाशित)