करोड़ोंï लोग आज भी इस बात से बेखबर हैï कि वे जिस दूध को पौष्टिïकता का खजाना समझकर पी रहे हैï, वह उन्हेंï नपुंसक भी बना सकता है। जानकारी के अभाव मेंï लोग बड़े पैमाने पर सिंथेटिक दूध पीने के अलावा पशुओंï को ऑक्सीटॉक्सिन इंजेक्शन देने के बाद निकाला गया हानिकारक दूध पी रहे हैï। अध्ययन से यह बात सामने आयी है कि अर्से तक इस तरह के दूध के इस्तेमाल से कैंïसर, नपुंसकता तथा बांझपन जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैï। इंजेक्शन का इस्तेमाल दुधारू पशुओï के स्तन और गर्भाशय को भी कमजोर करता है, इससे पशुओï मेंï बांझपन की आशंका बढ़ जाती है। अधिक दूध प्राप्त करने की लालच मेंï डेयरी पालक इस इंजेक्शन का पशुओंï पर बेरहमी से इस्तेमाल करते हैï।